शिवजी की पूजा मूर्ति तथा शिवलिंग दोनों रूपों में की जाती है शिव के गले में नाग देवता विराजमान करते हैं तथा उनके हाथों में डमरू और त्रिशूल होता है. क्षम्यतां नाथ, अधुना अस्माकं दोषः अस्ति। शिव चालीसा - जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला. योगी https://shiv-chalisa-lyrics-in-hi86622.wikicommunications.com/4682426/not_known_factual_statements_about_shiv_chalisa_lyrics_english